मुंबई में तीन साल के मासूम की हत्या, ट्रेन के टॉयलेट में मिला शव

सूरत और मुंबई पुलिस ने मिलकर एक सनसनीखेज़ हत्याकांड का पर्दाफाश किया है। मामला सूरत की एक महिला के तीन वर्षीय बेटे के अपहरण और हत्या से जुड़ा है। आरोप है कि महिला के बेरोजगार भांजे ने ही बच्चे का अपहरण किया और उसकी हत्या कर शव को मुंबई की कुशीनगर एक्सप्रेस ट्रेन के टॉयलेट में फेंक दिया।


घटना कैसे हुई?

- आरोपी विकास शाह (25/30 वर्ष), मूल रूप से बिहार के सीवान ज़िले का रहने वाला है।
- वह सऊदी अरब, क़तर और कुवैत में मज़दूरी कर चुका था लेकिन अप्रैल 2025 में बेरोज़गार होकर भारत लौट आया।
- करीब 15 दिन पहले वह अपनी माँ के साथ सूरत आया और मौसी (पीड़िता) के घर ठहरा।
- मौसी उसे लगातार नौकरी करने के लिए कहती थी और घर छोड़ने का दबाव डाल रही थी। इसी बात से नाराज़ होकर उसने यह खौफ़नाक कदम उठाया।

अपहरण और हत्या

21 अगस्त को विकास शाह ने अपनी मौसी के तीन वर्षीय बेटे को बहला-फुसलाकर साथ ले गया। CCTV फुटेज में वह बच्चे को लेकर मुंबई जाने वाली ट्रेन में चढ़ता दिखाई दिया।
23 अगस्त की सुबह मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर खड़ी कुशीनगर एक्सप्रेस की सफाई के दौरान बच्चे का शव एयर-कंडीशंड कोच के टॉयलेट के कचरा डिब्बे में मिला।

गिरफ्तारी

- तकनीकी निगरानी से पुलिस ने पता लगाया कि आरोपी मुंबई के बांद्रा, कुर्ला और दादर इलाक़ों में घूम रहा है।
- कई टीमों ने बाइक और मोपेड लेकर तलाश शुरू की और 25 अगस्त की शाम उसे बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) से गिरफ्तार कर लिया।
- आरोपी को सूरत लाकर अदालत में पेश किया जाएगा।

पीड़िता का परिवार

महिला मूल रूप से बिहार की रहने वाली है और सूरत में रहती है। उसके तीन बच्चे हैं – 8 साल की बेटी, 5 साल का बेटा और 3 साल का दिवंगत बच्चा। महिला का पति दुबई में नौकरी करता है।

✍️मेरी राय 

यह घटना न केवल दिल दहला देने वाली है बल्कि हमारे समाज की कड़वी सच्चाई भी सामने लाती है – बेरोज़गारी, रिश्तों में तनाव और मानसिक असंतुलन मिलकर अपराध को जन्म देते हैं। लेकिन किसी भी स्थिति में मासूम बच्चों को निशाना बनाना घोर अमानवीय है। ऐसे मामलों में न्यायिक प्रक्रिया तेज़ और कठोर होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।

Post a Comment

Previous Post Next Post